vidya balan

vidya balan

Sunday, March 1, 2009

राज और भाभी

राज और भाभी

मेरा नाम राज है। मैं कनपुर का रहने वला हून। मैं आप को अपनि कहनि बतने जा रहा हून। हमरे घर मैं, मुम्मी और भैया तीन लोग हि थे। भैया का नाम मोहन है। भैया बहुत हि गुस्से वले हैन। वो बात बात पर गुस्सा करते थे इसलिये मैं उनसे बहुत दरता था। मुम्मी मुझे बहुत पयर करति थि। भैया मुझसे 6 साल बदे हैन। ये उस समय कि बात है जब मैं 12 साल का था। भैया कि शदि हो गयि थि। भाभी का नाम मीना था और वो अभि 16 साल कि हि थि। भि मुझे बहुत पयर करति थि और मेरि देखभल भि करति थि। उनसे मुझे मुम्मी और भाभी दोनो का पयर मिलता था। भाभी के आ जने के कुछ दिन बाद मैने देखा कि भैया भाभी से बहुत दरने लगे। वो उनकि हर बात, चहे सहि हो या गलत, तुरनत हि मन लेते थे।
एक दिन भाभी ने मुम्मी से कहा, अब आप रहने दो, आज से मैं हि राज को तेल लगौनगि और नहलौनगि भि। मुम्मी ने कहा, मैं तो इसकि छुन्नि पर भि तेल लगा कर खूब मलिश करति हून। तु कैसे करेगि। भाभी ने कहा, तो कया, मैं राज कि देखभल थीक वैसे हि कर्रुनगि जैसे कि आप करति हैन। भाभी मेरि देख भल मुम्मी कि तरह से करने लगि। वो मेरे सारे कपदे उतर देति और फिर मुम्मी कि तरह से मेरे सारे बदन पर तेल लगति थि। उसके बाद मेरि छुन्नि पर भि तेल लगा कर मलिश करति थि। फिर वो मुझे अपने साथ बथरूम ले जति और अपने सारे कपदे भि उतर कर एक दम ननगि हो जति। उसके बाद वो मुझे अपने साथ हि नहलति थि।
भैया कि शदि के 6 महिने के बाद हि मुम्मी का सवरगवस हो गया तो मैं उदस रहने लगा। मैं कयि दिनो तक सचूल नहिन गया। भाभी ने मुझे पयर से समझया, राज, तुम घबदओ मत, मैं तुमहरि देखभल थीक उसि तरह से करुनगि जैसे तुमहरि मुम्मी किया करति थि। मैं धीरे धीरे भाभी से एक दम घुल मिल गया और मुम्मी को भूल गया। अब मुझे मुम्मी कि याद नहिन सतति थि। जब कभि मैं शररत करता तो भैया मुझ पर गुस्सा हो जते थे। जैसे हि भैया मुझ पर गुस्सा होते तो भाभी उनहेन घूर कर देखति और वो तुरनत हि चुप हो जते।
धीरे धीरे 3 साल गुजर गये। मैं 15 साल का हो गया। मेरि छुन्नि भि अब थोदि बदि हो चुकि थि। भाभी जब तेल लगने के लिये मुझे एक दम ननगा कर देति तो मुझे शरम आति थि। फिर जब वो मेरे सारे बदन पर तेल लगने के बाद मेरि छुन्नि पर तेल लगा कर मलिश करति तो मैं और जयदा शरमा जता था। वो कभि कभि मेरि छुन्नि को चूम भि लेति थि। भाभी मुझसे अकसर मज़क मेन कहा करति थि, तेरि छुन्नि तो 15 साल कि उमर मेन हि जवन आदमियोन कि तरह हो गयि है। मुझे अब तेरि शदि करनि पदेगि। मुझे तेरि छुन्नि बहुत अच्चहि लगति है। उनकि बात सुनकर मैं शरमा जता था।
मैने भाभी से कहा, अब मैं बदा हो गया हून मैं खुद हि नहा लूनगा। वो बोलि, कयोन अब तुझे शरम आति है। मैने कहा, हान। वो बोलि, बदमश कहिन का, आज तक मैं तेरि छुन्नि पर तेल लगा कर मलिश करति रहि और तुझे अपने साथ नहलति रहि। मुझे आज तक शरम नहिन आयि और तु अब शरमा रहा है। मैं तेरि शदि होने तक खुद हि तेरि छुन्नि कि तेल लगा कर मलिस करुनगि और नहलौनगि भि। अगर बदमशि करेगा तो मैं तुझे मरुनगि भि और तेरे भैया से कह दूनगि, फिर तुझे बहुत दनत पदेगि। मैं भैया से बहुत दरता था इस लिये मैं चुप हो जता था। भाभी अभि भि मेरे लुनद को छुन्नि हि कहति थि।
धीरे धीरे मैं 16 साल का हो गया तो मेरि छुन्नि पूरि तरह से लुनद बन गयि। भाभी अभि भि मुझे भैया का दर दिखा कर मेरि छुन्नि पर तेल लगति और मुझे नहलति भि थि। एक दिन मैने भाभी से कहा, अब तो मैं जवन हो गया हून। मेरि छुन्नि भि अब लुनद बन गयि है। जब तुम मेरे लुनद पर तेल लगति हो तो मुझे कुछ कुछ होने लगता है। अब मैं खुद हि नहा लिया करुनगा। वो मुसकुरते हुये बोलि, थीक है, अब मैं तुझे नहिन नहलौनगि और ना हि तेल लगौनगि। अब तो खुश है ना। मैने कहा, हान, अब मैं बहुत खुश हून। उसके बाद मैं खुद हि अपने सारे बदन पर तेल लगने लगा और नहने भि लगा।
धीरे धीरे 2 साल और गुजर गये। मैं 18 साल का हो गया। अब मेरा लुनद पूरे शबब पर आ चुका था और 8" लमबा और खूब मोता हो गया था। मैं अब भि एक दम ननगा हि नहता था। मैं भाभी से जयदा शरमता भि नहिन था इस लिये मैं बथरूम का दरवज़ा खुला छोद कर हि नहता था। भाभी भि मुझसे जरा सा भि नहिन शरमति थि। वो पहले कि तरह हि एक दम ननगि हि नहति थि और नहने के बाद बथरूम से ननगि हि बहर आ जति थि।
एक दिन मैं नहा रहा था और भाभी बथरूम के पास से गुजर रहि थि तो उनकि निगह मेरे लुनद पर पदि। उनहोने मेरे लुनद कि तरफ़ इशरा करते हुये मज़क किया और कहा, बाप रे, तेरि छुन्नि तो अब एक दम खतरनक हो गयि है। इतनि बदि छुन्नि मैने आज तक नहिन देखि है। तु जवन भि हो गया है। अब तो तेरि शदि करनि हि पदेगि। मैं शरमा गया और मैं तोवेल लपेतने लगा। भाभी बोलि, पहले तो खूब मज़े से अपनि छुन्नि पर तेल लगवता था। अब सहरम आ रहि है। मैने शरमते हुये कहा, भाभी, जओ ना। वो बोलि, अब बथरूम का दरवज़ा बनद कर के नहया कर, नहिन तो तेरि छुन्नि को मेरि नज़र लग जयेगि। मैने मज़क किया और कहा, तुम हमेशा इसे छुन्नि हि कहति रहोगि। ये तो अब छुन्नि से लुनद बन गया है। अब इसे लुनद हि कहा करो। वो बोलि, अच्चहा बबा, अब मैं इसे लुनद हि कहुनगि। मैं जति हून, तु नहा ले। भाभी चलि गयि। मैं नहने लगा।
एक दिन भाभी उदस बैथि थि। मैने पुछा, कया हुअ। वो बोलि, कुछ नहिन। मैने ज़िद करते हुये कहा, बतओ ना। वो बोलि, 6 साल गुजर गये और आज तक मैं मा नहिन बन पयि। सारा दोश तेरे भैया का हि है। मैने खा, कया किया भैया ने। वो बोलि, वो मुझे मा बनने के लयक हि नहिन हैन। मैने पुछा, कयोन। वो बोलि, मुझे शरम आति है। मैने कहा, आज तक तो मुझसे नहिन शरमति थि, कब से शरम आने लगि। वो बोलि, बात हि कुछ ऐसि है। मैने कहा, बतओ ना। वो कहने लगि, तेरा लुनद देख कर मैं सोचति हून कि कश तेरे भैया का भि ऐसा होता तो आज मेरि कोख सूनि ना रहति। मुझे उनसे मज़ा भि नहिन मिल पता।
मैने कहा, इसमेन मैं कया कर सकता हून। वो बोलि, अगर मैं तुझसे एक बात कहून तो तु बुरा तो नहिन मनेगा कयोन कि वो बात कुछ थीक नहिन है और मुझे ऐसा करना भि नहिन चहिये। मैने कहा, तुमने मेरे लिये इतना सब कुछ करति हो कया मैं तुमहरे कुछ भि नहिन कर सकता। तुम बतओ तो सहि। वो बोलि, इतने साल मैने केवल तुझे पल-पोस कर कर बदा करने मेन गुजर दिये और कभि मा बन ने के बारे मेन सोचा हि नहिन। मैने कहा, तुम बतओ तो सहि कि मुझे कया करना है। भाभी बोलि, मुझे शरम आति है। मैने कहा, जब मैं शरमता था तब तो तुम मुझ पर गुस्सा होति थि। अब तुम शरमा रहि हो तो मुझे कया करना चहिये, बतओ।
मेरि बात सुनकर वो हस पदि और बोलि, मन मा बन ना चहति हून और साथ हि साथ मैं मज़ा भि लेना चहति हून। अगर तेरा कोयि दोसत हो और उसका लुनद तेरे जैसा हो तो।।।।। इतना कह कर वो चुप हो गयि। मैने कहा, मैं समझ गया लेकिन अगर भैया को पता चल गया तो। वो बोलि, वो कया कर लेनगे। तु तो जनता हि है कि मैं जब उनहेन घूर कर देखति हून तो वो चुप हो जते है। वो मेरि हर सहि या गलत बात को मान भि लेते हैन। वो ऐसा कयोन करते हैन मैं आज तुझे बतति हून। तेरे भैया का लुनद बहुत छोता है। उनका लुनद थीक उतना हि बदा है जितना 13 साल के उमर मेन तेरा था। उनका काम भि बदि मुशकिल से 2 मिन मेन हि खतम हो जता है। इसि लिये वो मुझसे दरते हैन। मैने कहा, अब मैं समझा कि वो तुमसे इतना दरते कयोन हैन। भाभी ने कहा, मुझे तेरे भिअया से कोयि दर नहिन है। मैने कहा, आस पास के लोग कया कहेनगे। वो बोलि, मैं यहन थोदे हि करौनगि। तेरे दोसत के पास हि चलुनगि और तु मेरे साथ चलेगा। मैने कहा, मेरा एक दोसत है, शिव। वो अकेले हि रहता है। मैं उस से बात कर लून फिर तुमहेन उसके पास ले चलुनगा। भाभी ने कहा, मुझे तेरे जैसा लुनद भि चहिये।
अब मैं भाभी से जयदा शरमता भि नहिन था। मैने तुरनत हि अपनि लुनगि उतर दि और कहा फिर मेरे लुनद से हि काम चला लो। इधर उधर जने कि कया जरूरत है। भाभी ने मेरे लुनद पर अपने हाथ से हलकि सि चपत लगते हुये कहा, तु इसे अपने पास हि रख। ये मेरे लिये पुरना हो चुका है। मुझे नया चहिये। मैने कहा, मैने एक बार शिव का लुनद देखा था। उसका मुझसे जयदा लमबा और मोता है। वो बोलि, फिर थीक है। तु उस से बात कर ले लेकिन वो किसि से कहेगा तो नहिन। मैने कहा, नहिन वो किसि से नहिन कहेगा। फिर 1 महिने के बाद हि वो अपने घर भि जने वला है। उसके बाद वो यहन वपस नहिन आयेगा। उसका घर यहन से 200कम दूर है। भाभी ने कहा, फिर थीक है।
मैं शिव के पास चला गया। मैने शिव से बात कि तो वो बहुत खुश हो गया। 1 घनते मेन मैं घर वपस आ गया। भाभी बदि बेसबरि से मेरा इनतेज़र कर रहि थि। जैसे हि मैं घर के अनदर पहुचा तो वो बोलि, काम हो गया। मैने कहा, हान, वो तययर है। भाभी ने पुछा, कब चलना है। मैने कहा, जब तुम चहो। भाभी बहुत जयदा जोश मेन आ चुकि थि और बोलि, अभि चलून। मैने कहा, चलो। दोपहर के 11 बज रहे थे। भाभी ने भैया को फोने कर के बता दिया कि वो अपनि एक सहेलि के यहन जा रहि हैन, शम के 5 बजे तक वपस आयेनगि।
मैं भाभी को लेकर शिव के पास आ गया। शिव भाभी को देख कर मुसकुरने लगा तो भाभी भि मुसकुरा दि। शिव ने कहा, यहिन या कमरे मेन। भाभी ने कहा, नहिन कमरे मेन। भाभी ने मुझसे कहा, तु यहिन बैथ कर तव देख। मैने कहा, जब मुझे लिवे शूतिनग देखने का मौका मिल रहा है तो फ़िलम कयोन देखून। मैं तुमहरे साथ हि चलता हून। वो बोलि, मरुनगि अभि। मैने कहा, अच्चह बबा, जओ। मैने तव पर एक फ़िलम लगा दि और फ़िलम देखने लगा।
भाभी शिव के साथ कमरे मेन चलि गयि। 5 मिन बाद हि कमरे से भाभी कि चीखने और चिल्लने कि आवज़ आने लगि। मैं समझ गया कि अनदर कया हो रहा है। शिव का लुनद 10" लमबा और बहुत हि मोता था। बहुत देर तक भाभी कि चीखने और चिल्लने कि आवज़ आति रहि फिर धीरे धीरे उनकि आवज़ आनि कम हो गयि। थोदि देर बाद हि भाभी कि आहेन और सिसकरियन सुनयि देने लगि। 15 मिन के बाद शिव लुनगि पहने हुये पसिने से लथपथ कमरे से बहर आया और बोला, जा, तुझे तेरि भाभी बुला रहि हैन।
मैं कमरे के अनदर गया तो भाभी बेद पर एक दम ननगि पदि हुयि थि केवल एक छोते से कपदे से उनकि चुत धकि हुयि थि। उनके बाल बिखरे हुये थे। वो पसिने से एक दम लथपथ थि और उनकि सनसेन बहुत तेज चल रहि थि। उनहोने अपने पैरोन को मोद कर फैला रखा था। मैने पुछा, कया है। वो बोलि, मेरे पास आ। मैं उनके पास जा कर बैथ गया तो उनहोने मेरा हाथ पकद लिया और बोलि, तुने तो मुझे फसा हि दिया। मैने पुछा, आखिर हुअ कया। वो बोलि, मैने तुझसे कहा था कि मुझे तेरे लुनद के जैसा लुनद चहिये लेकिन तेरे दोसत का तो बहुत हि जयदा लमबा और मोता है। मैं तो समझति थि कि थोदा सा फरक होगा। मैने पुछा, काम हो गया। वो बोलि, अभि आधा हि हुअ है। मैने कहा, आधा का कया मतलब है। वो बोलि, दरद के मरे मेरि जान निकलि जा रहि थि। बदि मुशकिल से मैं उसका आधा लुनद हि अनदर ले पयि हून। मैने मज़क करते हुये कहा, अगर मैं होता तो एक हि बार मेन पूरा का पूरा अनदर घुसा देता। वो बोलि, तब तो मैं मर हि जति।
इतना कह कर भाभी ने मेरे गलोन को चूम लिया और बोलि, शिव का लुनद बहुत हि अच्चहा है। मैने पुछा, मज़ा आया। वो बोलि, बहुत थोदा सा। जब वो पूरा अनदर घुसा कर चोदेगा तब मज़ा आयेगा। मैने कहा, अबकि बार पूरा अनदर ले लेना। वो बोलि, दरद बहुत हो रहा था नहिन तो मैं पूरा अनदर ले लेति। आज तुने मुझसे पहलि बार कुछ कहा है और मैं तेरि बात तलुनगि नहिन। मैं अबकि बार पूरा का पूरा अनदर ले लूनगि भले हि कितना भि दरद हो। मैने कहा, मुझे अपनि चुत तो दिखा दो। वो बोलि, बदमश कहिन का, तु मेरि चुत देखेगा। मैने कहा, तो कया हुअ। तुम मेरे समने एक दम ननगि नहति हो। तुमहरा कुछ मुझसे छुपा है कया। वो बोलि, अच्चहा बबा, बाद मेन दिखा दूनगि। पहले मुझे पूरा अनदर तो ले लेने दे। भाभी मुझसे बतेन करति रहि। अब हुम दोनो मेन जयदा शरम नहिन रह गयि थि। तभि शिव कमरे मेन आ गया और बोला, मैं फिर से तययर हून। भाभी ने मुझसे कहा, अब तु जा बहर। मैने मज़क किया, नहिन, मैं यहिन रहुनगा। भाभी बोलि, मुझे तेरे समने शरम आयेगि। मैने कहा, अब कहे कि शरम। वो बोलि, शरम खतम होने मेन थोदा वकत तो लगेगा हि। अब जा ना। मैं कमरे से बहर चला आया।
2 मिन मेन हि फिर से भाभी कि चीखने और चिल्लने कि आवज़ आने लगि। इस बार वो कुछ जयदा हि जोर जोर से चीख और चिल्ला रहि थि। लगभग 10 मिन तक उनकि चीखने और चिल्लने कि आवज़ आति रहि। उसके बाद उनकि चीखने और चिल्लने कि आवज़ धीरे धीरे शनत हो गयि। लगभग 20 मिन के बाद शिव बहर आ गया तो मैं भाभी के पास चला गया।
भाभी कि हलत बहुत जयदा खरब दिख रहि थि। उनका सारा बदन पसिने से एक दम लथपथ था और उनहोने अपने पैरोन को मोद कर पूरि तरह से फैला रखा था। उनके बाल बिखरे हुये थे। वो एक दम ननगि पदि हुयि थि केवल उनकि चुत एक छोते से कपदे धकि हुयि थि। मैने पुछा, कम हो गया। वो बोलि, हान, लेकिन बहुत दरद हुअ। तेरे कहने कि वजह से मैने इस बार पूरा अनदर ले लिया नहिन तो मुझे अभि एक बार और करवना पदता। उसका लमबा होने के साथ साथ बहुत जयदा मोता भि तो है। मैने मज़क किया, मज़ा तो आया ना। वो बोलि, बदमश कहिन का। मैने कहा, बतओ ना। उनहोने शरमते हुये कहा, थोदा सा। मैने कहा, वो कयोन। वो बोलि, इस बार दरद बहुत हो रहा था ना। मैने कहा, फिर तो तुमहरि चुत कि हलत एक दम खरब हो गयि होगि। वो बोलि, बहुत जयदा खरब हो गयि है। मैं तो अब शयद 2-3 दिनो तक थीक से चल भि नहिन पौनगि। मैने कहा, अब तो दिखा दो। वो बोलि, अभि नहिन। मैने कहा, फिर कब। वो बोलि, एक बार और करवा लेने दे तब मेरि चुत का मुह के दम खुल जयेगा। उसके बाद देख लेना। मैने कहा, थीक है, मैं थोदि देर और सबर कर लेता हून।
लगभग 30 मिन के बाद शिव फिर आ गया तो मैं बहर चला आया। इस बार भाभी कि चीखने और चिल्लने कि आवज़ जयदा देर तक नहिन आयि। थोदि हि देर मेन उनकि सिसकरियन सुनयै देने लगि। लगभग 20 मिन के बाद हि शिव फिर से बहर आ गया तो मैं कमरे मेन चला गया।
भाभी का चेहरा इस बार कुछ खिला हुअ था। मैने कहा, लगता है इस बार मज़ा आ गया। वो बोलि, हान, लेकिन तेरा दोसत तो 10-15 मिन से जयदा कर हि नहिन पता नहिन तो मुझे और मज़ा आता। मैने कहा, अब तो दिखा दो। वो बोलि, शरम आति है। मैने कहा, अभि तो तुमने कहा था कि अगलि बार दिखा दूनगि। भाभी ने शरमते हुये कहा, अच्चहा बबा, देख ले लेकिन अगर कहिन तुझे जोश आ गया तो। मैने कहा, मैं भि चोद दूनगा। वो बोलि, थीक है, चोद देना।
मैने भाभी कि चुत पर से कपदा हता दिया। उनकि चुत कि हलत एक दम खरब हो चुकि थि। उनकि चुत का मुह बहुत जयदा चुदा हो चुका था और उनकि चुत दौबले रोति कि तरह सूज गयि थि। उनकि चुत से जुइसे तपक रहा था जिसमेन थोदा खून भि मिला हुअ था। बेद कि चदर भि उन दोनो के जुइसे से एक दम खरब हो चुकि थि। मैं देर तक भाभी कि चुत को देखता रहा तो वो बोलि, अब रहने भि दे। कब तक देखेगा। मैने कहा, मुझे बहुत अच्चहा लग रहा है। वो बोलि, मेरि जान हि निकल गयि और तुझे अच्चहा लग रहा है। मैने कहा, मज़ा भि तो आया। वो बोलि, हान, ये तो है। मैने कहा, फिर देखने दो ना। वो बोलि, थीक है, जी भर कर देख ले। मैने कहा, मुझे भि जोश आ रहा है। वो बोलि, अगर तेरा दिल करता है तो तु भि अपनि पयस बुझा ले। मैने कहा, तुमहरि चुत मेरे लुनद के लयक नहिन है। वो बोलि, कयोन, कया खरबि है मेरि चुत मेन। मैने कहा, ये तो कुछ जयदा हि चौदि हो गयि है। भाभी कुछ नहिन बोलि।
लगभग 35 मिन के बाद शिव फिर आ गया तो मैं बहर चला आया। इस बार भाभी के चीखने कि आवज़ जयदा देर तक नहिन आयि। इस बार भि शिव 20 मिन मेन हि कमरे से बहर आ गया तो मैं कमरे मेन चला गया। इस बार भाभी एक दम ननगि पदि थि। उनहोने अपनि चुत को भि नहिन धका था। मैने पुछा, अब शरम नहिन आ रहि है। वो बोलि, अब कहे कि शरम। अब तो तु मेरि चुत को देख हि चुका है। मैने कहा, वो तो मैं बरसोन से देख रहा हून। मैने भि कि चुत को देखते हुये कहा, ये तो पहले से भि जयदा सूज गयि है। भाभी ने कहा, आ, बैथ जा मेरे पास। मैं उनके पास बैथ गया। उनहोने मेरा हाथ अपने हाथ मेन ले लिया और कहने लगि, तुने मुझे आज वो मज़ा दिलया है कि मैं सारि ज़िनदगि इसे नहिन भुला पौनगि। मुझे अब लग रहा है कि मैं भि मा बन जौनगि। मैने कहा, अब घर चलोगि या और भि चुदवना है। वो बोलि, अब आज और नहिन। मैने कहा, फिर घर चलो। वो बोलि, चल।
भाभी उथने कि कोशिश करने लगि तो उनके मुह चीख निकल गयि। मैने पुछा, कया हुअ। वो बोलि, बहुत दरद हो रहा है, घर कैसे जौनगि। मैने कहा, फिर कया करोगि। वो बोलि, थोदा गरम पानि ले आ, मैं अपनि चुत कि सिकयि कर लेति हून। इस से दरद कम हो जयेगा। मैने कहा, अभि लता हून।
मैं थोदि हि देर मैं गरम पानि ले कर भाभी के पास आ गया। मैने कहा, पानि लया हून, सिकयि कर लो। वो सिकयि करने के लिये उथना चहति थि लेकिन उथ नहिन पा रहि थि। मैने उनकि इतनि बुरि हलत देखि तो मैने कहा, कहो तो मैं हि सिकयि कर दून। वो बोलि, तु मेरि चुत कि सिकयि करेगा। मैने कहा, तो कया हुअ। भाभी ने शरमते हुये कहा, थीक है, तु हि सिकयि कर दे। मैने गरम पानि से भाभी कि चुत कि सिकयि शुरु कर दि। जोश के मरे मेरा लुनद भि खदा हो गया। भाभी ने मेरा लुनद देखा तो बोलि, तेरा कयोन खदा हो गया। मैने कहा, चुत पर हाथ लगने से मुझे भि थोदा जोश आ गया है। वो मुसकुरते हुये बोलि, गदबद मत करना। मैने कहा, होतेल का खना खने के बाद घर का खना थोदे हि अच्चहा लगता है। आखिर मेन घर का खना हि खना पदेगा। वो बोलि, अगर मेरा मन हुअ तो मैं घर का खना भि खा लूनगि।
लगभग 20-25 मिन कि सिकयि के बाद मैने कहा, अब उथ कर देखो, उथ पति हो या नहिन। भाभी उथने कि कोशिश करने लगि तो उनके मुह से हलकि सि आह निकल गयि लेकिन वो उथ गयि। मैने कहा, अब चलो घर। वो बोलि, थोदि सिकयि और कर लेने दे। उनहोने मेरे हाथ से गरम पानि और कपदा ले लिया और अपनि चुत कि सिकयि करने लगि। 10-15 मिन बाद वो बोलि, अब घर ले चल मुझे। भाभी थीक से चल नहिन पा रहि थि। मैं भाभी को सहरा दे कर घर ले आया। अगले 2 दिनो तक भाभी शिव के पास नहिन गयि।
तीसरे दिन भाभी मुझसे कहने लगि, आज रात तेरे भैया से बात हो रहि थि। मैने उनसे बता दिया कि मैने तेरे एक दोसत से चुदवया है। पहले तो वो थोदा नरज़ हुये और फिर कहने लगे कि अगर मुझे चुदवना हि था तो कया राज बुरा था। राज का लुनद भि तो खूब लमबा और मोता है। मैने उनसे कह दिया कि मुझे राज से चुदवने मेन शरम आयेगि तो वो बोले फिर थीक है तुमहरि मरज़ि जिस से भि मन कहे चुदवओ। फिर मैने उनसे कहा कि मैं कल से 10 दिनो के लिये शिव के पास जौनगि तो वो बोले, चलि जओ। अब तु मुझे शिव के पास पहुचा दे। 10 दिनो के बाद मुझे लेने आ जना। मैने कहा, थीक है, चलो पहुचा देता हून।
मैं भाभी को शिव के घर छोद कर आने लगा तो मैने शिव से कहा, भाभी का खयल रखना। वो बोला, तु चिनता मत कर। मैने भाभी से मज़क करते हुये कहा, कम से कम 50 रुन जरूर बनना। उनहोने मुसकुरते हुये कहा, मैं 51 रुन बना दूनगि, तु चिनता मत कर। समय से मुझे लेने आ जना। मैने कहा, मैं आ जौनगा। 10 दिन के बाद मैं भाभी को लेने शिव के घर गया। भाभी मुझे देखकर बहुत खुश हो गयि। मैने मुसकुरते हुये पुछा, कितने रुन बने। वो थोदा उदस हो कर बोलि, तु मुझे गहर ले चल, मैं तुझे बाद मेन बता दूनगि। मैं भाभी को लेकर घर चला आया।
घर पहुचने पर मैने भाभी से पुछा, अब बतओ कि कितनि बार चुदवया। वो बोलि, केवल 44 बार लेकिन मैं मा नहिन बन पौनगि। मैने पुछा, वो कयोन। वो बोलि, शिव कल घर जा रहा है, अब वो यहन नहिन आयेगा। मैने कहा, इतने दिन तुमने उस से चुदवया है, अब तो उसका बच्चा भि तुमहरे पेत मेन आ भि गया होगा। वो बोलि, मुझे आज सुबह हि महिना आ गया। अगर उसका बच्चहा मेरे पेत मेन आ गया होता तो मुझे महिना थोदे हि आता। मैने कहा, एक पनदित जि हैन, मैं तुमहेन उनके पास ले चलता हून। वो बोलि, फिर देर कहे कि, अभि चल।
मैं भाभी को लेकर पनदित के पास आ गया। पनदित ने भाभी कि कुनदलि देखि और कहा, कुनदलि के हिसब से तुमहरि ज़िनदगि मेन 4 मरद आयेनगे। पहले के 3 मरद तुमहेन बच्चा नहिन दे पयेनगे। चौथे मरद से हि तुमहेन बच्चा होगा। तुमहरि कुनदलि से ये भि पता चलता है कि तुम अपने देवर के बच्चे कि मा बनोगि और तुमहेन जुदवा लदके पैदा होनगे लेकिन सवधन रहना। जब तक तुमहरि ज़िनदगि मेन 3 मरद नहिन आ जते तब तक तुम अपने देवर से बच्चहा पैदा करने कि कोशिश मत करना नहिन तो तुम कभि भि मा नहिन बन पओगि। भाभी ने मेरि तरफ़ इशरा करते हुये कहा, लेकिन पनदित जि, मेरा तो एक हि देवर है और वो ये है। जब मेरि शदि हुयि थि तब ये 12 साल का था और मैं 16 साल कि। मैने हि इसे पल पोस कर बदा किया है फिर मैं कैसे इस से मा बन ने के बरे मेन सोच सकति हून। पनदित जि ने कहा, बेति जरा सोचो। अगर तुमहरि शदि 24 साल कि उमर मेन हुयि होति तब ये 20 साल का होता, तब तो तुम इसके बच्चे कि मा बन ने को कोशिश करति या नहिन। भाभी ने कहा, तब तो मैं जरूर कोशिश करति। पनदित जि ने कहा, बात तो आखिर वहि हुयि, फरक केवल इतना हि है कि तुमहरि शदि जलदि हो गयि और उस समय ये छोता था। अगर तुम मा बन ना चहति हो तो तुमहेन इसकि मदद हि लेनि पदेगि। तुमहरि कुनदलि देखने से ये भि पता चलता है कि तुम दोनो मेन बहुत हि जयदा परेम होगा। अब तुम हि बतओ कि मैं सहि कह रहा हून या गलत। भाभी ने कहा, पनदित जि, आप एक दम सहि कह रहे हैन। मैं अपने देवर को बहुत पयर करति हून और वो भि मुझे बहुत पयर करता है।
भाभी ने मेरि तरफ़ इशरा करते हुये कहा, पनदित जि, मैं इसकि कुनदलि भि लयि हून, देख लीजिये। पनदित जि ने बहुत देर तक मेरि कुनदलि देखि और बोले, बेति, इसकि कुनदलि तो बहुत हि अच्चहि है। इस से तो 4 जुदवा बच्चे पैदा होनगे यनि कि कुल मिला कर 8 बच्चे। भाभी हसने लगि तो पनदित जि बोले, बेति, हसो मत, मेरि बात धयन से सुनो। एक जुदवा बच्चा तो इसकि अपनि बिवि से होगा लेकिन एक दम आखिर मेन। बकि के 3 जुदवा बच्चे 3 सगि बहनो से पैदा होनगे। एक जुदवा बच्चा तो तुमसे पैदा होना है। बकि बचे 2 जुदवा बच्चे। कया तुमहरि कोयि सगि बहन भि है। भाभी ने कहा, मेरि 2 बहने और भि है। एक मुझसे 2 साल बदि और एक 2 साल छोति। पनदित जि ने कहा, बेति मेरि बात का बुरा मत मन ना। तुमहरि दोनो बहनो को भि इस से 2 जुदवा बच्चे पैदा होनगे। अगर तुम अपनि दोनो बहनो कि कुनदलि ले आओ तो मैं एक दम साफ़ साफ़ बता दूनगा। भाभी ने कहा, मैं अभि मनगा देति हून।
भाभी ने मुझसे कहा, आलमरि मेन रीना और तीना कि कुनदलि रखि है, जा कर ले आ। थोदि हि देर मैं घर से कुनदलि ले आया। पनदित जि ने दोनो कुनदलि देखि और बोले, अब मेरि समझ मेन सारि बात आ गयि। भाभी ने कहा, बतैये पनदित जि। पनदित जि कहने लगे, तुमहरि बदि बहन कि ज़िनदगि मेन 2 मरद आयेनगे। पहला तो उसका पति होगा और दूसरा उसका देवर। उसको भि अपने देवर से हि बच्चा पैदा होगा वो भि जुदवा। रीना कि कुनदलि से ये भि पता चलता है कि उसका कोयि सगा देवर नहिन होगा। कया ये बात सहि है। भाभी ने कहा, एक दम सहि है। पनदित जि ने कहा, फिर तुमहरे देवर से हि रीना को भि जुदवा बच्चा पैदा होगा। अब रहि तीना कि बात। उसकि कुनदलि से भि थीक यहि बात समने आति है। उसे भि अपने देवर से हि जुदवा बच्चे पैदा होनगे और उसके भि कोयि सगा देवर नहिन होगा। कया मैं सहि कह रहा हून। भाभी ने कहा, एक दम सहि कह रहे हैन आप। पनदित जि ने कहा, फिर तीना को भि तुमहरे देवर से हि जुदवा बच्चा पैदा होगा। लेकिन एक बात मेरि समझ मेन नहिन आ रहि है। भाभी ने कहा, वो कया पनदित जि। पनदित जि ने कहा, तीना कि ज़िनदगि मेन कुल 21 मरद आयेनगे। पहला मरद तो उसका पति होगा और आखिरि मरद तुमहरा देवर। लेकिन उसकि ज़िनदगि मेन बकि के 19 मरद कहन से आयेनगे ये मैं नहिन बता सकता। खैर छोदो जने दो। भविशया मेन कया होने वला है वो तो केवल इशवर हि जनता है।
मैं भाभी के साथ घर आ गया। भाभी ने कहा, तेरे भैया थीक हि कह रहे थे कि मुझे तुझ से हि चुदवा लेना चहिये था। मैं तो अब तुझसे हि चुदवा कर बच्चा पैदा करुनगि। मैने कहा, वो तो थीक है भाभी लेकिन अभि तो तुमहरि ज़िनदगि मेन केवल 2 मरद हि आये हैन, पहले तीसरा तो आ जने दो। वो बोलि, देखा जयेगा लेकिन अब तो तु खुश हो जा। मैने कहा, वो किस लिये। भाभी ने कहा, तुझे मेरि और मेरि दोनो बहनो कि चुदयि करने का मौका जो मिलने वला है। मैने कहा, आने दो सालियोन को, उनहेन भि चोद दूनगा। भाभी हसने लगि और बोलि, तु मेरि बहनो को गालि दे रहा है। मैने कहा, मेरि ये जुर्रत कि मैं तुमहरि बहनो को गालि दूनगा। भाभी ने कहा, अभि तुमने कहा ना कि आने दो सालियोन को उनहेन भि चोद दूनगा। मैने कहा, मैने कोयि गलत बात थोदे हि कहि है, आखिर वो दोनो मेरि सालियन हि तो हैन। मेरि बात सुनकर भाभी जोर जोर से हसने लगि।
5 दिन बाद भाभी ने नहया। उसके बाद वो एक दम ननगि हि बेद रूम मेन आयि और शरिनगर करने लगि। उनहोने ससेनत भि लगया। मैने कहा, तुमहरा इरदा तो आज खतरनक लग रहा है। आज किस का कतल करने का इरदा है। वो बोलि, तेरा। मैने कहा, अभि तो 2 हि हुये हैन, तीसरा तो आ जने दो। इतना सुनते हि वो मुझसे लिपत कर रोने लगि। मैने पुछा, कया हुअ, रो कयोन रहि हो। वो बोलि, मुझे तुझसे बच्चा चैये। मैने कहा, वो तो थीक है लेकिन पनदित जि कि बात याद है ना। वो रोते हुये कहने लगि, मेरि ज़िनदगि मेन तीसरा मरद पहले हि आ चुका है। जब तु मुझे शिव के पास छोद कर घर चला आया तो दूसरे दिन उसका एक दोसत महमूद आ गया था। मैं लख मना करति रहि लेकिन महमूद ने भि मुझे जबरदसति चोद दिया। मैं चिल्लति रहि लेकिन उन दोनो ने मेरि एक ना सुनि। उसके बाद मैने शिव से कहा कि मैं घर जा रहि हून। शिव ने महमूद को घर भेज दिया। उसके बाद हि मैने उस से इतने दिनो चुदवया।
भाभी कि बात सुनकर मुझे गुस्सा आ गया। मैने कहा, जब मैं तुमहेन लेने गया था तब हि बतना चहिये था। मैं शिव कि अच्चहि तरह से खबर लेता। भाभी ने कहा, मैं कोयि बखेदा नहिन खदा करना चहति थि। अब जो होना था वो तो हो हि चुका है। मुझे माफ़ कर दे। इतना कह कर वो मेरे कनधे पर सिर रख कर रोने लगि। मैने उनहेन समझा बुझा कर चुप करया। थोदि देर बाद वो नोरमल हो गयि।
मैने पुछा, मुझे अपनि चुत नहिन दिखओगि। वो मुसकुरा कर बोलि, सारा का सारा बदन तो तेरे समने एक दम खुला पदा है। आज से मैं खुद को तेरे हवले कर रहि हून। अब तु मेरे बदन का जैसे भि चहे इसतेमल कर और मुझे मा बना दे। मैने कहा, मैं एक बात कहना चहता हून। वो बोलि, अब कया है। मैने कहा, जब तुमहरे पेत मेन बच्चा आ जयेगा तब तुम नहिन चुदवओगि। मैं चहता हून कि पहले हुम दोनो खूब जी भर के जवनि का मज़ा उथा ले। उसके बाद बच्चा पैदा करेनगे। वो बोलि, ये तो बहुत हि अच्चहा रहेगा। मैं आज से हि पिल्लस लेना शुरु कर दूनगि। मैने कहा, फिर मैं कहन से शुरु करून। वो बोलि, जहन से तेरा मन कहे। मैने कहा, तुमने मेरे लुनद पर तेल लगा कर बहुत मलिश कि है और इसे चूमा भि है। लेकिन आज तक तुमने कभि मेरा लुनद नहिन चूसा, चूसोगि इसे। वो बोलि, कयोन नहिन चूसुनगि।
भाभी ने तुरनत हि मेरा लुनद अपने मुह मेन ले लिया और चूसने लगि। मैने पुछा, मज़ा आ रहा है। वो बोलि, बहुत जयदा कयोन कि आज तक मैने किसि का लुनद नहिन चूसा है और आज पहलि बार लुनद चूस रहि हून वो भि अपने पयरे देवर का। मैने कहा, मैं तुमहरि चुत को चतना चहता हून। वो बोलि, तो फिर चत जलदि से। आज तक किसि ने मेरि चुत भि नहिन चति है। मैने कहा, कया कह रहि हो। वो बोलि, एक दम सहि कह रहि हून। आज तक तेरे भैया कभि मेरि चुत हि नहिन चति। मैने पुछा, और शिव ने। वो बोलि, उसने भि कभि मेरि चुत नहिन चति। वो तो लुनद खदा होने के बाद सीधे जुत जता था और झदने के फौरन बाद हत जता था। उसे केवल मेरि चुदयि करने से मतलब था और वो जयदा से जयदा 15 मिन हि चुदयि कर पता था।
मैं भाभी के उपर 69 कि पोसितिओन मेन हो गया। वो मेरा लुनद चूसने लगि और मैं उनकि चुत चतने लगा। मैने पुछा, थीक से चत रहा हून ना। वो बोलि, तु तो बहुत हि अच्चहि तरह से चत रहा है। और तेजि से चत, बहुत मज़ा आ रहा है। मैने भाभी कि चुत को और जयदा तेजि से चतना शुरु कर दिया। 2 मिन मेन हि भाभी कि चुत से जुसे निकल आया तो मैने कहा, लगता है बहुत जोश मेन हो। वो बोलि, आज अपने देवर का लुनद जो अनदर लेने वलि हून। मैने कहा, तुमहरि चुत का जुइसे चत लून। वो बोलि, जैसि तेरि मरज़ि। मैं भाभी कि चुत का जुइसे चतने लगा तो वो सिसकरि लेने लगि।
थोदि देर बाद मेरे लुनद का जुइसे भि उनके मुह मेन निकलने लगा। उनहोने सारा जुइसे निगल लिया और बोलि, ज़िनदगि मेन आज मुझे पहलि बार लुनद के अमरित का सवद चखने को मिला है। मैने पुछा, अच्चहा लगा। वो बोलि, बहुत हि अच्चहा था। मैने फिर से भाभी कि चुत को चतना शुरु कर दिया और वो मेरा लुनद चूसने लगि। 5 मिन के बाद हि भाभी फिर से झद गयि तो मैने उनकि चुत का सारा जुइसे चत लिया। वो बोलि, आज तक मुझे ऐसा मज़ा कभि नहिन मिला, तु तो एक दम पक्का खिलदि लग रहा है। मैने कहा, तुमने हि तो बनया है।
तभि मुझे बदमशि सूझि। मैने अपनि एक उनगलि भाभी कि गानद के छेद पर रख दि और कहा, मैं इसका मज़ा भि लेना चहता हून। वो बोलि, फिर तु यहिन से शुरु कर दे। मुझे भि आज तक इसका मज़ा नहिन मिला है। मैने कहा, इसका मज़ा भि लूनगा लेकिन बाद मेन। वो बोलि, अभि कयोन नहिन। मैने कहा, पहले तुमहरि चुत का मज़ा तो ले लून।
हुम दोनो ऐसे हि बतेन करते रहे। थोदि देर बाद मेरा लुनद फिर से खदा हो गया तो भाभी ने कहा, अब बरदसत नहिन हो रहा है, शुरु हो जा। मैने कहा, मैं नहिन चोदुनगा। वो बोलि, कयोन। मैने कहा, तुम हि चोदो। वो बोलि, मैं हि चोद देति हून लेकिन चिल्लना मत। मैने कहा, मैं कोयि औरत थोदे हि हून कि मुझे दरद होगा और मैं चिल्लौनगा। वो बोलि, मैं अपने देवर को चोदुनगि तो पूरि मसति से चोदुनगि। ऐसा धक्का लगौनगि कि तुझे तेरि ननि याद आ जयेगि। मैने कहा, कसम से, तब तो भौत मज़ा आयेगा।
इतना कह कर मैं बेद पर लेत गया। भाभी मेरे उपर आ गयि। मैं पुछा, किसि को चोदा है कभि। वो बोलि, कभि नहिन लेकिन आज तुझे पहलि बार चोदने जा रहि हून। मैने कहा, चोदने मेन बहुत मेहनत करनि पदति है। वो बोलि, अभि पता चल जयेगा। भाभी ने मेरा लुनद अपनि चुत मेन दल लिया और जोर जोर के धक्के लगने लगि। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था कयोन कि आज पहलि बार मेरे लुनद ने चुत को तौच किया था और कोयि औरत मुझे चोद रहि थि।
थोदि देर बाद भाभी ने कहा, कैसा चोद रहि हून। मैने कहा, बहुत हि अच्चहि तरह से। वो बोलि, तु जनता नहिन कि मैं कितनि सेक्सी हून। मैने कहा, तुम कब से सेक्सी बन गयि। वो बोलि, जब से मैं तेरे लुनद कि मलिश कर रहि हून। मैने कहा, तो फिर पहले कयोन नहिन चुदवया। वो बोलि, शरम आति थि। वो जोर के धक्के लगति रहि और थोदि देर बाद हि झद गयि। उसके बाद वो मेरे उपर लेत गयि और मेरे होथोन को चूमते हुये बोलि, देखा मैं तेरि ननि याद करा दि। मैने कहा, मुझे तो कुछ भि नहिन हुअ। वो बोलि, मैने तेरे लुनद को अपनि चुत के अनदर दल के और धक्का लगा लगा के अपनि चुत का पानि निकल दिया। मैने कहा, मेरा पानि निकलो तब पता चलेगा। वो बोलि, वो मेरा काम नहिन है। मुझे मज़ा लेना था मैने ले लिया। तुझे मज़ा लेना है तो मेहनत तो तुझे हि करनि पदेगि। मैने कहा, वो तो है। अब देखो मैं तुमहेन कैसे तुमहरि ननि याद दिलता हून।
मैं भाभी के उपर आ गया। मैने उनके पैरोन को मोद कर उनके कनधे के पास सता दिया और दबा कर जोर से पकद लिया। वो एक दम दोहरि हो गयि और उनकि चुत एक दम उपर उथ गयि। उसके बाद मैने उनकि चुदयि शुरु कर दि। मैने बहुत जोर जोर के धक्के लगने शुरु किये तो भाभी बोलि, मेरि सारि हद्दियन तोद दलेगा कया। मैने कहा, अभि तो ये शुरुअत है। आगे आगे देखो मैं कया करता हून। मैने पूरे तकत से साथ बहुत जोर जोर के धक्के लगते हुये भाभी को चोदना शुरु किया तो वो बोलि, उयीईई।।।।।।। मा।।।।। तु तो बहुत हि बुरि तरह से चोद रहा है। मैने कहा, अभि तो तुमने मा को हि याद किया है, थोदि हि देर मेन ननि को भि याद करोगि। वो हसने लगि। मैने पुछा, मज़ा आ रहा है। वो बोलि, बहुत मज़ा आ रहा है। तेरे दोसत का लुनद भले हि तुझसे जयदा लमबा और मोता था लेकिन उसने कभि भि उसने मुझे इतनि अच्चहि तरह से नहिन चोदा। मैने कहा, मुझसे चुदवने के बाद तुम उसे भूल जओगि। वो बोलि, मैं तो इतनि देर कि चुदयि मेन हि उसे भूल गयि।
मैं भाभी को पहलि पहलि बार मेन हि इतनि अच्चहि तरह से चोद देना चहता था कि वो उन दोनो को एक दम भूल जयेन। तभि भाभी के मुह जोर जोर कि सिसकरि निकलने लगि, रज्जज्ज।।।।।।।।।।।। मैं।।।।।। तो।।।।।।।।।। गयीईए।।।।।।।। । इसके साथ हि भाभी कि चुत से जुइसे निकलने लगा। उनकि चुत से इस बार बहुत धेर सारा जुइसे निकला। मैं रुका नहिन, मैने अपनि सपीद और तेज कर दि। भाभी का सारा बदन पसिने से लथपथ हो गया। मेरा सारा बदन भि पसिने से नहा गया। मेरे चेहरे का पसिना भाभी के चेहरे पर तपा तप गिरने लगा। मैं जोर जोर के धक्के लगता हुअ भाभी को चोदता रहा। 5 मिन भि नहिन बीते थे कि वो फिर से झद गयि और बोलि, उस दिन तु कह रहा था ना कि अगर मैं होता तो एक हि बार मेन पूरा अनदर घुसा देता। मैने कहा, हान, कहा तो था। भाभी ने कहा, आज मैं समझ गयि कि तु एक दम सहि कह रहा था।
मुझे भाभी कि चुदयि करते हुये लगभग 10 मिन और बीते थे कि वो फिर से झद गयि। जब उनकि चुत का सारा जुइसे निकल गया तो मैने कहा, मैं उस दिन एक दम सहि कह रहा था, कहो तो कर के दिखा दून। भाभी ने कहा, वो कैसे, तेरा तो पूरा अनदर घुस हि चुका है। मैने कहा, कभि गानद मरवयि है। वो बोलि, कभि नहिन। मैने कहा, गानद मरवने के लिये तययर हो। वो बोलि, एक दम तययर हून। मैने कहा, कहो तो एक हि बार मेन पूरा का पूरा लुनद तुमहरि गानद मेन घुसा कर दिखा दून। वो बोलि, दिखा दे। मैने कहा, बहुत चिल्लओगि। वो बोलि, चिल्लने दे। मैने कहा, बहुत दरद होगा। वो बोलि, होने दे।
मैने अपना लुनद उनकि चुत से बहर निकला। मेरा लुनद भाभी कि चुत के जुइसे एक दम भीगा हुअ था। मैने भाभी कि चुत पर से थोदा सा जुइसे उनकि गानद के छेद पर लगा दिया। उसके बाद मैने अपने लुनद का सुपदा उनकि गानद के छेद पर रख दिया और कहा, तययर हो जओ। वो बोलि, मैं तययर हून। मैने एक धक्का मरा तो वो जोर से चीखि। मेरे लुनद का सुपदा उनकि गानद मेन घुस गया। मैने दूसरा धक्का मरा तो मेरा लुनद उनकि गानद को चीरता हुअ 3" तक अनदर घुस गया। वो जोर जोर से चिल्लने लगि। मैने तीसरा धक्का मरा तो उनकि गानद से खून निकल आया और मेरा लुनद उनकि गानद मेन 5" अनदर घुस गया। मैं रुका नहिन। मैने बहुत जोरदर 2 धक्के और लगा दिये तो पूरा का पूरा लुनद उनकि गानद मेन समा गया। वो जोर जोर से चिल्ला रहि थि और उनकि आनखोन से आनसू निकल आये। दरद के मरे उनका बुरा हाल हो रहा था। मैने उनकि गानद मरनि शुरु कर दि।
थोदि देर तक वो चिल्लति रहि फिर धीरे धीरे शनत हो गयि। 5 मिन मेन हि भाभी को मज़ा भि आने लगा। मैने पुछा, अब कया खयल है। वो बोलि, तु तो बहुत हि खरब आदमि है। मैने कहा, कयोन, मज़ा नहिन आया। वो बोलि, मज़ा तो आया लेकिन दरद भि तो हुअ। मैने कहा, वो तो होना हि था लेकिन जितना होना चहिये था उतना तो नहिन हुअ होगा। वो बोलि, और जोर जोर से धक्के लगा। मैने कहा, वो तो लगौनगा हि। मैने और जयदा जोर जोर के धक्के लगने शुरु कर दिये। थोदि हि देर मेन भाभी एक दम मसत हो गयि। 10 मिन तक उनकि गानद मरने के बाद मैने अपना लुनद उनकि गानद से निकल कर उनकि चुत मेन दल दिया और उनकि चुदयि शुरु कर दि।
5 मिन मेन हि भाभी फिर से झद गयि और बोलि, कितनि बार मेरि चुत का पानि निकलेगा। मैने कहा, तुम देखति जओ। मैने उनकि चुत से अपना लुनद निकल कर उनकि गानद मेन दल दिया। 5 मिन गानद मरने के बाद मैने फिर से उनकि चुदयि शुरु कर दि। 10 मिन कि चुदयि मेन हि वो फिर से झद गयि तो मैने उनकि गानद मरनि शुरु कर दि। भाभी बोलि, लगता है कि तु आज मेरि चुत का भुरता बना देगा। मैने कहा, इसि को तो असलि चुदयि कहते हैन। वो बोलि, वो तो मैं आज समझ हि गयि कयोन कि तेरा दोसत ने तो मुझे जयदा से जयदा 15 मिन तक हि चोदा था। मैने कहा, देखति जओ, अभि तो मैं बहुत देर तक चोदने वला हून।
5 मिन तक उनकि गानद मरने के बाद मैने फिर से उनकि चुदयि शुरु कर दि। 10 मिन मेन हि भाभी फिर से झद गयि और बोलि, अब रहने दे, मैं एक दम थक गयि हून। मैने पुछा, ननि याद आयि या नहिन। वो बोलि, ननि कि बात कर रहा है तु, मुझे तो ननि कि मुम्मी भि याद आ गयि, अब रहने दे। मैने कहा, अभि मेरे लुनद का पानि कहन निकला है। वो बोलि, फिर जलदि से निकल। मैने कहा, वो मेरे बस मेन नहिन है। वो बोलि, फिर किस के बस मेन है। मैने कहा, तुमहरे। वो बोलि, मैं कया कर सकति हून। मैने कहा, तुम भि निचे से धक्का लगओ। वो बोलि, तुने तो मेरा पैर जोर से पकद रखा है। मेरा पैर छोदेगा तब हि तो धक्के लगौनगि। मैने भाभी के पैर छोद दिये तो उनहोने भि अपना चुतद उथा उथा कर चुदवना शुरु कर दिया। मैने और जयदा जोर जोर के धक्के लगने शुरु कर दिये।
10 मिन कि चुदयि बाद मैं झद गया। वो भि मेरे साथ हि साथ फिर से झद गयि। मैने अपना लुनद उनकि चुत से बहर निकला और हत गया। वो बोलि, तेरा लुनद तो बहुत हि खतरनक है। मैने कहा, तुमने हि तो इसे तेल लगा लगा कर इतना खतरनक बनया है। मैं तुमहरि दोनो बहनो को भि ऐसे हि चोदुनगा। वो बोलि, जरूर चोदना लेकिन मुझे आज चुदवने मेन जो मज़ा आया है ऐसा मज़ा कभि नहिन आया था। मैं तो आज दोबरा चुदवने के लयक हि नहिन रहि। मैने कहा, मैं तो आज कम से कम 2 बार और चोदुनगा। वो बोलि, अच्चहा बबा, चोद लेना। लेकिन तु ये तो बता कि तुझे झदने मेन इतनि देर कयोन लगति है। मैने कहा, किसि से कहोगि तो नहिन। वो बोलि, बिलकुल नहिन। मैने कहा, तुम मेरे लुनद पर तेल लगा कर कितनि देर मलिश करति थि। वो बोलि, 15-20 मिन। मैने कहा, जब मैं तुमहेन चोद रहा था तो 15-20 मिन तक तो मुझे यहि लग रहा था कि मेरे लुनद कि मलिश हो रहि है। उसके बाद मुझे धीरे धीरे जोश आना शुरु हुअ। लगभग 15 मिन के बाद मैं पूरे जोश मेन आ गया। जोश मेन आने के बाद मैने 20-25 मिन तक हि तो तुमहरि चुदयि कि। वो बोलि, अब मैं समझि कि तु इतनि देर तक कसिए चोद पता है।
मैने उस दिन भाभी को 2 बार और चोदा। अगले 3 महिने तक मैं भाभी कि चुदयि करता रहा और उनकि गानद भि मरता रहा। एक दिन भाभी बोलि, बच्चा नहिन पैदा करना है। मैने कहा, करना कयोन नहिन है। वो बोलि, अगर तुझे पूरा मज़ा मिल गया हो तो मैं पिल्लस लेना बनद कर दून। मैने कहा, थीक है, बनद कर दो। भाभी ने पिल्लस लेनि बनद कर दि। लगभग 40 दिन गुजर गये लेकिन उनको महिना नहिन आया। दोसतोर के पास जने पर पता चला कि वो मा बन ने वलि है। भाभी बहुत खुश हो गयि। उनहोने घर आ कर ये बात भैया को बतयि तो भैया बहुत हि खुश हो गये और बोले, मैं कहता था ना कि राज से काम चला लो, बहर जने कि कोयि जरूरत नहिन है। भाभी ने कहा, सोर्री, मुझे माफ़ कर दो। मैने बहुत बदि गलति कर दि। भैया ने कहा, जब बच्चा पैदा हो जयेगा तब हि मैं तुमहेन माफ़ करुनगा।
भाभी ने घर का काम करने के लिये एक नौकरनि रख लि। उसका नाम मधु था और उसकि उमर लगभग 35 साल कि थि। मैने भाभी से कहा, तुमने ये कया किया। जवन नौकरनि रखति तो मेरा काम भि हो जता। भाभी बोलि, अब कुछ दिन आरम कर लो वरना सेहत खरब हो जयेगि। समय पूरा हो जने के बाद भाभी को जुदवा बच्चे पैदा हुये। उन दोनो कि शकल मेरे जैसि हि थि। भैया बहुत खुश हो गये। भाभी ने भैया के पैर पकद लिये और कहा, अब तो मुझे माफ़ कर दो। भैया ने भाभी के माथे को चूम लिया और कहा, मैने आज तुमहरि सारि गलति माफ़ कर दि। अब तो खुश हो। भाभी ने कहा, अब तो मैं बहुत खसुह हून। भैया ने कहा, एक बात और है। भाभी ने कहा, कहिये। भैया ने कहा, जब घर मेन हि अच्चहा खना मिल रहा हो तो होतेल जने कि कया जरूरत है। समझ रहि हो ना मेरि बात। भाभी ने मेरि तरफ़ देखा और मुसकुरने लगि। मैं शरमा गया। भैया जब कमरे बहर जने लगे तो बदे पयर से मेरे गाल पर हलकि सि चपत लगा गये। आज ज़िनदगि मेन पहलि बार भैया मेरे साथ पयर से पेश आये थे।
1 महिने के बाद बच्चे कि खुशि मेन घर पर दवत थि। भाभी कि दोनो बहने रीना और तीना भि आयि थि। उस दिन तो मेहमनो कि धूम रहि। दूसरे दिन रीना और तीना को छोद कर सारे मेहमन चले गये। दोपहर मेन हुम सब आपस मेन हसि मज़क कर रहे थे। तभि भैया बोले, मैं मरकेत जा रहा हून, कुछ काम है। शम तक आउनगा।
भैया मरकेत चले गये। उनके जने के बाद मैं भाभी के बगल मेन बैथा गया। रीना और तीना मुझसे हसि मज़क करने लगि। तभि भाभी उन दोनो को पनदित जि कि कहि हुयि बात बतने लगि। मैं तुरनत उथ कर खदा हो गया और भाभी से कहा, तुम लोग बतेन करो मैं बहर जा रहा हून। भाभी ने शररत भरे अनदज़ मैं कहा, मेरे पयरे पयरे बच्चोन के पपा जि, चुप चप बैथ जओ, वरना।।।। मैने कहा, वरना कया। वो बोलि, वरना बहुत मरुनगि। मैने कहा, एक तरफ़ तो अपने बच्चोन का पपा कहति हो और दूसरि तरफ़ मरने कि धमकि देति हो। ये बहुत गलत बात है। भाभी ने कहा, मेरि दोनो बात सहि है। तु मेरे बच्चोन का पपा भि है और मेरा देवर भि। मैं तुझे भाभी के हक से मरुनगि भि। चुप चप बैथ जा। मैं भाभी के पास बैथ गया।
भाभी ने पनदित जि कि सारि बात रीना और तीना को बता दि। उनहोने शिव और महमूद के बारे मेन भि उन दोनो को बता दिया। भाभी बोलि, लेकिन पनदित जि कि ये बात मेरि समझ मेन नहिन आयि कि तीना कि ज़िनदगि मेन 19 मरद और कहन से आयेनगे। मुझे तो पनदित जि कि ये बात सहि नहिन लगति। तभि तीना भाभी से लिपत कर रोने लगि। भाभी ने पुछा, तुझे कया हुअ। वो रोते हुये कहने लगि कि पनदित जि कि बात एक दम सहि है।
6 महिने पहले कि बात है। एक दिन मैं सर से जा रहि थि। रसते मेन अचनक मेरि सर खरब हो गयि। अनधेरा होने लगा तो मैं एक दम परेशन हो गयि। तभि मुझे एक बुस आति दिखयि दि। मैने बुस वले को रुकने का इशरा किया तो बुस रुक गयि। मैं बुस मेन चध गयि। उस बुस मेन फ़ूतबल्ल के 16 खिलदि थे। उन खिलदियोन के साथ उनका सोअच भि था। बुस मेन एक सलेअनेर भि था। वो कुल मिलकर 19 लोग थे। लगभग 30 मिन के बाद एक दम अनधेरा हो गया तो उनहोने एक सुन सन जगह पर बुस रोक दि। उसके बाद उन सब ने मेरे साथ एक एक कर के।।।।।।। इतना कह कर तीना जोर जोर से रोने लगि।
रीना और भाभी ने तीना को समझा बुझा कर चुप करया। उसके बाद हुम इधर उधर कि बतेन करने लगे। 1 घनते मेन तीना एक दम नोरमल हो गयि। वो फिर से हसि मज़क करने लगि। तीना और रीना मुझसे पहले से हि एक दम खुल कर बात करति थि और मुजसे छेद-छद करति रहति थि। थोदि देर बाद तीना मेरि तरफ़ इशरा करते हुये बोलि, मेरि ज़िनदगि मेन 20 मरद तो आ गये, आज इसका नुमबेर है। मेरि शदि को भि इतने साल गुजर गये लेकिन मैं मा नहिन बन पयि। दिदि, तुम इस से कह दो कि ये मुझे भि मा बना दे। भाभी ने कहा, तु तो कल घर चलि जयेगि। 1 दिन मेन हि ये तुझे कैसे मा बनयेगा। तीना बोलि, फिर मैं 1 महिने तक यहिन रुक जति हून। कयोन कि जब मैं यहन आयि थि उसके 3 दिन पहले हि मैने नहया था और तब से मैं उनके साथ सोयि नहिन। मैने मज़क करते हुये कहा, तुम तो बहुत हि गनदि औरत हो। इतने दिन हो गये और तुमने नहया हि नहिन। तीना ने मेरे गाल जोर से कत लिये और बोलि, बुद्दहु, मैं रोज रोज नहने वलि बात थोदे हि कर रहि हून। भाभी और रीना हसने लगे।
भाभी ने रीना से पुछा, मा बन ने के बारे मेन तेरा कया खयल है। रीना बोलि, तेरे पति कि तरह से हि मेरे पति का लुनद भि एक दम छोता है और वो भि 2 मिन मेन हि झद जते हैन। तुने अभि बतया था कि इसका लुनद बहुत हि लमबा और मोता है। अगर मैने इस से करया तो मेरे पति को पता चल जयेगा, फिर मैं उनहेन कया जवब दूनगि। मुझे तु ऐसे हि रहने दे। भाभी ने कहा, पनदित जि बात गलत नहिन हो सकति। आज ना सहि देर सबेर तु भि इसके बच्चे कि हि मा बनेगि। रीना बोलि, देखा जयेगा। तीना बोलि, दिदि, तुमने बतया था कि ये बहुत हि अच्चहि तरह से चोदता है। मैं तो पूरे जोश मेन आ गयि हून और मेरि चुत भि गीलि हो चुकि है। इसके पहले कि जिजु बज़र से वपस आ जयेन मैं इसे दूसरे कमरे मेन ले जति हून और कम से कम एक बार तो मज़ा ले हि लेति हून। मैने मज़क किया, कयोन, अपनि दिदि के समने शरम आति है। वो बोलि, भला मुझे कयोन शरमा आने लगि। अगर तेरे मेन हिम्मत है तो मुझे चोद कर दिखा दिदि के समने। भाभी ने कहा, तीना, इसे चल्लेनगे मत कर, ये बहुत हि खरब आदमि है। ये तुझे हमरे समने भि चोद सकता है। तीना बोलि, मैं इसे बरसोन से जनति हून। इसमेन इतनि हिम्मत नहिन है। दिदि, तुमहेन याद है ना जब तुमहरे कहने पर मैने एक बार इसके लुनद पर तेल लगया था तो ये कितना शरमा रहा था। ये मुझे तुम सब के समने नहिन चोद सकता। मैने भाभी से कहा, इसे समझा दो, नहिन तो मैं इसे यहिन पर चोद दूनगा। तीना ने मुझे चिधते हुये कहा, रहने दे, रहने दे। मैने भाभी से कहा, समझओ इसे, नहिन तो गदबद हो जयेगि। तीना बोलि, कया गदबद करगा तु। मैने कहा, मैं अभि बतता हून इसे।
मैं पहले से हि जोश मेन आ चुका था और मेरा लुनद भि खदा हो चुका था। मैने अपनि लुनगि उतर कर फेक दि और भाभी और रीना के समने हि तीना को पतक दिया। उसके बाद मैने रीना का पेत्तयसोअत उथा कर एक हि धक्के मेन अपना पूरा का पूरा लुनद उसकि चुत मेन घुसेद दिया। रीना शरमा गयि और उसने अपना मुह दूसरि तरफ़ कर लिया लेकिन भाभी मुझे देखति रहि। उनहोने मुझे इशरा कर दिया कि मैं अपना काम जरि रखून। मैने तीना कि चुदयि शुरु कर दि। 2 मिन मेन हि तीना पूरि मसति मेन आ गयि। उसने मुझसे चुतद उथा उथा कर चुदवना शुरु कर दिया। मैने भि उसे पूरे जोश और तकत के साथ खूब जोर जोर के धक्के लगते हुये चोदना शुरु कर दिया। 20-25 मिन कि चुदयि के बाद तीना बोलि, ओह राज, तुमने तो मुझे इतनि देर मेन हि एक दम पगल कर दिया है। मैं 2 बार झद भि चुकि हून, अब रहने भि दो। मैने कहा, तीना रनि, ये तो शुरुआत है, अभि तो बहुत देर लगेगि। भाभी बोलि, मैं कह रहि थि ना कि इसे चल्लेनगे मत कर लेकिन तु नहिन मनि, अब भुगतो।